Share Market News 8 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली, जिसका प्रमुख कारण भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव रहा। सेंसेक्स 411 अंक लुढ़ककर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 24,300 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस गिरावट ने निवेशकों को करीब 5.5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। छोटे और मझोले शेयरों में भी तीव्र बिकवाली देखी गई। इस अस्थिरता ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है, और बाजार की दिशा को समझना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है।

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भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच निवेशकों को हुआ भारी नुकसान
निवेशकों के बीच चिंता का माहौल बना दिया, जिसका असर बाजार पर साफ दिखाई दिया। सेंसेक्स 411 अंक गिरकर 80,334.81 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 140.60 अंक गिरकर 24,273.80 पर पहुंच गया। इस गिरावट के चलते निवेशकों के लगभग ₹5.4 लाख करोड़ रुपये डूब गए ।

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भारत-पाकिस्तान तनाव का असर शेयर बाजार पर
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों को निशाना बनाते हुए हमले की कोशिश की। भारत ने इन हमलों को नाकाम करते हुए लाहौर में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को भी तबाह कर दिया। इस घटनाक्रम ने निवेशकों के बीच असुरक्षा की भावना पैदा की, जिससे बाजार में भारी बिकवाली हुई।

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छोटे और मझोले शेयरों में भी गिरावट
बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.90% और स्मॉलकैप इंडेक्स 1.05% गिरकर बंद हुआ। आईटी सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी लाल निशान में बंद हुए। इससे यह स्पष्ट होता है कि बाजार में व्यापक बिकवाली का माहौल था।
निवेशकों की संपत्ति में भारी गिरावट
बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 8 मई को घटकर ₹418.10 लाख करोड़ हो गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन ₹423.50 लाख करोड़ था। इससे निवेशकों की संपत्ति में लगभग ₹5.4 लाख करोड़ की गिरावट आई है ।

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निवेशकों के लिए सुझाव
इस अस्थिरता के बीच निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी निवेश रणनीतियों की पुनः समीक्षा करें और जोखिमों का मूल्यांकन करें। दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह समय बाजार में अवसरों की पहचान करने का हो सकता है, जबकि शॉर्ट-टर्म निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
Share Market News निष्कर्ष
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित किया है, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि, यह अस्थायी गिरावट हो सकती है, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहकर अपने निवेश निर्णय लेने चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: क्या भारत-पाकिस्तान तनाव का असर शेयर बाजार पर लंबे समय तक रहेगा?
उत्तर: यह अस्थायी गिरावट हो सकती है, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहकर अपने निवेश निर्णय लेने चाहिए।
प्रश्न 2: छोटे और मझोले शेयरों में गिरावट क्यों आई?
उत्तर: बाजार में व्यापक बिकवाली के कारण छोटे और मझोले शेयरों में भी गिरावट आई।
प्रश्न 3: निवेशकों को इस समय क्या करना चाहिए?
उत्तर: निवेशकों को अपनी निवेश रणनीतियों की पुनः समीक्षा करनी चाहिए और जोखिमों का मूल्यांकन करना चाहिए।
प्रश्न 4: क्या यह गिरावट दीर्घकालिक निवेशकों के लिए अवसर है?
उत्तर: दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह समय बाजार में अवसरों की पहचान करने का हो सकता है।
प्रश्न 5: क्या बाजार में और गिरावट हो सकती है?
उत्तर: बाजार की अस्थिरता को देखते हुए और गिरावट की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
डिस्क्लेमर
यह लेख निवेश सलाह नहीं है। शेयर मार्केट में निवेश जोखिम भरा है। कोई भी निवेश करने से पहले वित्तीय विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।