Donald Trump अमेरिका को मिला 47वां राष्ट्रपति: डोनाल्ड ट्रंप ने ली शपथ

अमेरिका को उसका 47वां राष्ट्रपति मिल गया। Donald Trump ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। शपथ के दौरान उन्होंने कहा: “मैं, डोनाल्ड जॉन ट्रंप, शपथ लेता हूं कि मैं अमेरिका के राष्ट्रपति पद को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाऊंगा। मैं अपनी पूरी क्षमता से संविधान की रक्षा, संरक्षण और समर्थन करूंगा।”

शपथ लेने के तुरंत बाद Donald Trump ने कई अहम समझौतों पर दस्तखत किए। इनमें सबसे बड़ा फैसला था पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका को बाहर करना। इस कदम ने पूरी दुनिया में चिंता की लहर पैदा कर दी है।

Donald Trump के शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण नहीं दिया गया। इसके विपरीत, चीन, यूक्रेन और इटली के राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किया गया। यह निर्णय भारत-अमेरिका संबंधों के लिए शुभ संकेत नहीं है।

अपने भाषण में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अपने आयातित उत्पादों पर भारी टैक्स लगाएगा। उन्होंने भारत की उन नीतियों की आलोचना की, जो अमेरिकी उत्पादों पर अधिक टैक्स लगाती हैं। यह नीति भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को तनावपूर्ण बना सकती है।

Donald Trump ने अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपदा (नेशनल इमरजेंसी) लागू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि लाखों अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

ट्रंप ने अपने भाषण में मंगल ग्रह पर अमेरिकी झंडा फहराने की योजना का ऐलान किया। उन्होंने कहा, “हम सितारों की ओर बढ़ेंगे और अमेरिका को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।”

Donald Trump ने कहा कि उनका प्रशासन मध्य-पूर्व में शांति लाने के लिए काम करेगा। उन्होंने गाजा और इजराइल के मुद्दे पर भी अहम बयान दिए।

Donald Trump की नीतियां भारत के लिए कई चुनौतियां पैदा कर सकती हैं। चाहे व्यापार हो, अंतरराष्ट्रीय संबंध हो या जलवायु परिवर्तन—अमेरिका का रुख भारत के हितों के खिलाफ होता दिख रहा है।

Donald Trump का राष्ट्रपति बनना न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। उनके फैसलों का असर लंबे समय तक वैश्विक मंच पर दिखेगा।

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